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NEWS FLASH
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Thursday, November 29, 2012

Animated Gif New (52)


കാസര്‍ഗോഡ് ജില്ലാ പഞ്ചായത്തിന്റെയും ഡയറ്റിന്റെയും ആഭിമുഖ്യത്തില്‍ ജില്ലയിലെ എസ്.എസ്.എല്‍.സി. റിസല്‍ട്ട് മെച്ചപ്പെടുത്താന്‍ ആരംഭിച്ചിട്ടുള്ള മികവ് - 2012-13 ന്റെ ഭാഗമായി നടക്കുന്ന ക്ലാസ് ടെസ്റ്റ് പരമ്പരയിലെ രണ്ടാമത്തെ പരീക്ഷയ്ക്കുള്ള ക്വസ്റ്റ്യന്‍ പൂള്‍ (II Unit)
HINDI ചോദ്യങ്ങള്‍ക്ക് താഴെയുള്ള ലിങ്കില്‍ ക്ലിക്ക് ചെയ്യുക

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Wednesday, November 28, 2012



**.डॉक्टर का काम दुनिया का महत्वपूर्ण पेशा है।’ आपकी राय क्या है?
डॉक्टर होना सिर्फ एक काम नहीं है,बल्कि चुनौतिपूर्ण वचनबद्धता है। आजकल इलाज के क्षेत्र में बढ़ती व्यावसायिकता से समाज काफी आहत है। पुराने दिनों में हर क्षेत्र के लोग रुपए कमाने की अंधी-दौड़ में शामिल होते थे,लेकिन डॉक्टरी पेशा इससे अछूता था। इसलिए डाक्टरों को काफी सम्मान मिलता था। वर्तमान में स्थिति कुछ और ही है

Tuesday, November 27, 2012


डॉ.शांता - आत्मकथाँश
मैं डॉ.शांता हूँ। मैं एक कैंसर चिकित्सक हूँ। मैं चेन्नै के अड़यार कैंसर इंस्टिट्यूट की अध्यक्षा हूँ। बचपन में दादा सी.वी.रामन और चाचा डॉ.एस.चन्द्रशेखर मेरे हीरो थे। बडी होकर मैं डॉक्टर बनी। पहली नियुक्ति जनरल असपताल में हुई। जनरल अस्पताल में काम करते समय चिकित्सा के क्षेत्र में उचित व्यवहार और उपचार संहिता के बारे में मैं ने डॉक्टर कृष्णमूर्ति से बहुत कुछ सीखा।इसी बीच डॉक्टर मुत्तुलक्ष्मि रेड्डी ने एक कैंसर इंस्टिटूट खोला। तब तक मैं एम.डी.कर चुकी थी। यू.पी.एस.सी.के ज़रिए एक अस्पताल में नियुक्ति भी हो चुकी थी। लेकिन मैं ने डॉक्टर मुत्तुलक्ष्मि रेड्डी के कैंसर इंस्टिटूट में शामिल होने का निर्णय लिया। तीन वर्षों तक मैं ने बिना वेतन के काम किया। उसके बाद 200 रुपए मासिक वेतन मिलने लगे। मेरे प्रयत्न से कैंसर इंस्टिटूट में शोध केंन्द्र,बचाव विभाग और कैंसर विज्ञान कॉलिज भी स्थापित हुए।

Monday, November 26, 2012




मान लें,डॉ.शांता मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित होने की खबर पढने के बाद एक आदमी उनके नाम एक बधाई पत्र तैयार करता है। वह पत्र कैसा होगा? ज़रा कल्पना करके लिखने की कोशिश करें।
स्थान................
तारीख...............
महोदया,
      मुझे यह जानकर बड़ी प्रसन्नता हुई कि आप मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित हुई है। हार्दिक बधाइयाँ।
   आपका कठिन परिश्रम एवं सेवाभाव आखिर काम आए। हालांकि तुम्हारे सामर्थ्य,लगन एवं मेहनत पर सबको विश्वास था और आपकी सफलता में भी कोई संदेह नहीं था। मेरे विचार में आपको पुरस्कार के साथ एक बड़ी रकम भी मिलेगी। यह सुनकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है क्योंकि यह आपके सेवा के पथ को प्रशस्त करने में सहायक होगी।
       एक बार फिर बधाई देते हुए। शुभकामनाओं सहित
भवदीय
     (हस्ताक्षर)
नाम
सेवा में:
   डॉ.शांता
   अड़यार कैंसर इंस्टिट्यूट,
   चेन्नै।

Sunday, November 25, 2012


क्रमबद्द करके लिखें
अभ्यास केलिए कुछ प्रश्न

01. अधिकाँश चेहरों पर घबराहट थी।
छात्र तेज़ी से भीतर जाकर बैठ गए।
मेडिको,अनाटमी हॉल के सामने खड़े हो गए।
वर्र्दीधारी चपरासी और दो ट्यूटर आ पहुँचे। 

02. देवदास को लगा कि एक आँधी उभरी और थम गई।
प्रोफसर डी.कुमार ने हरेक छात्र का निरीक्षण किया।
उन्होंने प्रिय डॉक्टेर्स संबोधना से अपना भाषण शुरू किया।
वे अपने चश्मे का काँच चमकाने लगे।

03. कुतिया ने पिल्लै दिए।
बग्गा साहब के घर में विचित्र नस्ल की कुतिया थी।
नए आनेवालों की दृष्टि उसकी ओर आकर्षित होती थी।
साहब ने मेहत्तर से पिल्लों को मरवा दिया।

04. माली के बच्चे की मृत्यु से डौली दुखी होती है।
डौली को माली के बच्चों के साथ खेलने से मना करती है।
मैनेजर साहब के बच्चों के साथ डौली को खेलने भेजती है।
डौली को घर में अकेलापन महसूस होती है।

Friday, November 23, 2012

पत्नी

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Tuesday, November 20, 2012

साधना

ഭജനം പൂജനമാരാധനയും സാധനയും ഹേ നിര്‍ത്തുക സാധോ
നിജദേവാലയ മൂലയിലെന്തിനിരിക്കുന്നു നീ രുദ്ദകവാടം
നിഭൃദമിരുട്ടില്‍ നിഗൂഢമിരുന്നേ നീ ധ്യാനിക്കും ദൈവമതവിടെ
നിലകൊള്‍വീല നിമിലിത ലോചനമൊന്നു തുറക്കൂ നന്നായ് നോക്കൂ...
रबीन्द्रनाथ टागोर की 'साधना' कविता का मलयालम अनुवाद।
महाकवि जी.शंकर कुरुप्पु की उज्वल रचना। वी.के.एस.जी का स्वर्गीय आलाप !!!
धऩ्यवाद - युवोग,मातृभूमि

Sunday, November 18, 2012


പടിവാതില്‍ക്കല്‍ എത്തി നില്‍ക്കുന്ന അര്‍ദ്ധവാര്‍ഷിക പരീക്ഷയ്ക്കു മുന്നോടിയായി വിദ്യാര്‍ത്ഥികളെ പരിശീലിപ്പിക്കാന്‍ മലപ്പുറത്തെ ദേവധാര്‍ ഹിന്ദി വേദി വിവിധ വിഷയങ്ങളുടെ മാതൃകാചോദ്യപ്പേപ്പറുകള്‍ തയ്യാറക്കുന്നു. ഹിന്ദി തന്നെയാണ് ആദ്യം. അഭിപ്രായങ്ങള്‍ പ്രതികരണങ്ങള്‍ പ്രതീക്ഷിച്ചു കൊണ്ട്...(ഈ വാചകം പതിവുപോലെ ഒരു രസത്തിന് ചേര്‍ത്തെന്നേയുള്ളു.....ശീലമായിപ്പോയി,പിണങ്ങരുതേ)
ചിത്രത്തില്‍ ക്ലിക്ക് ചെയ്യൂ

Wednesday, November 14, 2012

Monday, November 12, 2012

मैथिलीशरण गुप्त (१८८५ - १९६४)


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Maithilisharan-Gupt.jpgमैथिलीशरण गुप्त (१८८५ - १९६४ खड़ी बोली के प्रथम महत्वपूर्ण कवि हैं। श्री पं महावीर प्रसाद द्विवेदी जी की प्रेरणा से आपने खड़ी बोली को अपनी रचनाओं का माध्यम बनाया और अपनी कविता के द्वारा खड़ी बोली को एक काव्य-भाषा के रूप में निर्मित करने में अथक प्रयास किया और इस तरह ब्रजभाषा-जैसी समृद्ध काव्य-भाषा को छोड़कर समय और संदर्भों के अनुकूल होने के कारण नये कवियों ने इसे ही अपनी काव्य-अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया। हिन्दी कविता के इतिहास में गुप्त जी का यह सबसे बड़ा योगदान है।
पवित्रता, नैतिकता और परंपरागत मानवीय सम्बन्धों की रक्षा गुप्त जी के काव्य के प्रथम गुण हैं, जो पंचवटी से लेकर जयद्रथ वध, यशोधरा और साकेत तक में प्रतिष्ठित एवं प्रतिफलित हुए हैं। साकेत उनकी रचना का सवोर्च्च शिखर है।
अपनी लेखनी के माध्यम से वह सदा अमर रहेंगे और आने वाली सदियों में नए कवियों के लिए प्रेरणा का स्रोत होंगे।

मनुष्यता कविता में परामर्शित पौरणिक पात्र

मनुष्यता कविता में कवि ने दधीचि,कर्ण,रंतिदेव,शिबी आदि दानी व्यक्तियों का उदाहरण देकर मनुष्यता केलिए त्याग और बलिदान का महत्वपूर्ण संदेश दिया है।
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मनुष्यता कविता का अनुवाद

मलप्पुरम जिला के तिरूर - परवण्णा जी.वी.एच.एस.एस के हिंदी अद्यापक श्री. फ्रान्सी जी ने दसवीं कक्षा की मनुष्यता कविता का अनुवाद करने की कोशिश की हैं। आपको  हिंदीसभा की ओर से बधाईयाँ। 
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पाठक :

Thursday, November 08, 2012


Thursday, November 01, 2012


എസ്.എസ് എല്‍.സി.ഹിന്ദി പരീക്ഷക്കായുള്ള തയ്യാറെടുപ്പുകള്‍ തുടങ്ങാന്‍ സമയമായിരിക്കുന്നു. ഹിന്ദിസഭ അതിനായി ഒരു പുതിയ പേജ് തന്നെ തുറക്കുന്നു.മുന്‍വര്‍ഷങ്ങളിലെ പല പഠനസാമഗ്രികളിലായി ചിതറിക്കിടക്കുന്ന ഉപയോഗപ്രദമായ വസ്തുതകളെ പുനരവതരിപ്പിക്കുകയാണ് തുടക്കത്തിലെ ലക്ഷ്യം.മുന്നോട്ട് പോകും തോറും ലക്ഷ്യത്തിന് കൂടുതല്‍ തെളിച്ചമുണ്ടാകും എന്നാണാശ.ബ്ലോഗില്‍ നിശ്ശബ്ദരായി വന്നു പോകുന്ന സുഹൃത്തുക്കളും സഹായിക്കും എന്നതാണ് മറ്റൊരു പ്രതീക്ഷ.വലതുവശത്തുള്ള ഒരുക്കം ചിത്രത്തിലെ ലിങ്കില്‍ നിന്ന് നേരേ ഈ പേജിലേയ്ക്ക് പോകാന്‍ കഴിയും.ആദ്യ പോസ്റ്റ് वार्तालाप ആണ്. എന്നാല്‍ പിന്നെ പോകുകയല്ലേ?

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