Friday, September 27, 2024
जब गाँधीजी की घडी चोरी चली गई - 09 (कुछ अन्य प्रोक्तिपरक प्रश्न-3)
कल्पना कीजिए कि आप वायसरॉय माउण्टबेटन हैं। इस मुलाकात के बाद आप अपने मित्र को इस घटना के बारे में पत्र लिख रहे हैं। पत्र लिखें।
स्थान ............
तारीख ...........
प्रिय जॉर्ज,
आज की मुलाकात अविस्मरणीय रही। गांधीजी से मिलने की बहुत उत्सुकता थी, लेकिन मुलाकात बिल्कुल अलग अंदाज में हुई। हमारे सभी प्रयासों के बावजूद गांधीजी की सादगी ने सब पर भारी पड़ी। कमरे की ठंडक से वे असहज महसूस कर रहे थे, इसलिए उन्हें कूलर बंद करवाना पड़ा। इसके अलावा, उनकी प्रिय घड़ी चोरी हो जाने की बात से वे बहुत दुखी थे।
सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि उन्होंने अपना नाश्ता साथ लाया - बकरी के दूध का दही! यह उनके स्वदेशी और स्वावलंबन के सिद्धांतों का एक और प्रमाण था। गांधीजी का यह व्यवहार सोचने पर मजबूर करता है कि वे अपनी बात किस सरलता और प्रभावी ढंग से रखते हैं।
आशा है, आप जल्द जवाब देंगे,
तुम्हारा,
माउण्टबेटन
सेवा में
नाम,
पता।
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