हम हैं इसका मालिक हिंदुस्तान हमारा
पाक वतन है कौम का जन्मत से भी न्यारा
ये हैं हमारी मिल्कियत,हिंदुस्तान हमारा
इसकी रुहानियत से रोशन है जग सारा
आज शहीदों ने है तुमको अहते वतन ललकारा
तोड़ो गुलामी की जंजीरें बरसाओ अंगारा
हिंदु मुसलमान सिख हमारा भाई-भाई प्यारा
यह है आजादी का झंड़ा,इसे सलाम हमारा
(क्रांतिकारी असीमुल्ला खां लिखित अभियान गीत)
No comments:
Post a Comment
'हिंदी सभा' ब्लॉग मे आपका स्वागत है।
यदि आप इस ब्लॉग की सामग्री को पसंद करते है, तो इसके समर्थक बनिए।
धन्यवाद