फुलेरा
तारीख
आज पाँचवीं के रिज़ल्ट का दिन था।
मैं और बेला हम दोनों पास हो गए। लेकिन मन उदास है। क्योंकि कल से बेला से
मिल नहीं पाऊँगा। अगले साल वह राजकीय कन्या पाठशाला में पढ़ेगी। घरवाले मुझे
अजमेर भेज देंगे। घर से दूर, होस्टल में मुझे अकेला रहना पड़ेगा।
आज
तक कितनी खुशी थी! बारिश में बेला के साथ बीरबहूटियों को खोजकर कितने दिन
बिताए। कल से मैं किसके साथ लंगड़े का खेल खेलूँ? बेला भी दुखी होगी। क्या
वह मुझे याद करेगी? मेरा रिपोर्ट कार्ड देखते समय उसकी आँखों में आँसू आ गए।
मेरा विश्वास है कि वह भी दुखी है। क्योंकि हमारी दोस्ती उतनी सख्त थी।
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Tuesday, June 07, 2016
रिज़ल्ट के दिन साहिल की डायरी।
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आप के इस श्रम को सर्वथा मानते हुए....
ReplyDelete'कल से बेला से मिल नहीं पाऊँगा','क्या वह मुझे याद करेगी', उसकी आँखों में आँसू आ गये'- इन छोटी त्रुटियों को सुधारना चाहूँगी| आशा है आप बुरा नहीं मानेंगे|
धन्यवाद अस्मिताजी।
Deleteयह ब्लोग हिंदी अध्यापक बंधुओं को लाभदायक है। आशा करता हूँ कि उच्च स्तर पर पहुंचे।
ReplyDeleteयह ब्लोग हिंदी अध्यापक बंधुओं को लाभदायक है। आशा करता हूँ कि उच्च स्तर पर पहुंचे।
ReplyDeleteit is very helpful
ReplyDeleteमुझे यह ब्लॉग बहुत ही पसंद आया आप भी मेरे ब्लॉग मे एक बार जरूर आए
ReplyDeletegk in hindi
आपके इस ब्लॉग मे काफी ज्ञान वर्धक जानकारी प्राप्त हुई, आशा करता हूँ आप भी मेरे इस ब्लॉग मे एक बार जरूर पधारे
ReplyDeletegk in hindi