Powered by Blogger.
NEWS FLASH
******

Tuesday, November 29, 2011

अध्यापक मित्रों केलिए एक प्रक्रिया


पिताजी युद्ध के बाद घर लौट आए हैं।
यह चित्र हम से कितनी कहानियाँ नहीं बताता !!
क्या आप ये कहानियाँ सुन सकते हैं?
और एक कहानी...
मान लें,यह तो पिताजी नहीं,पिताजी का मित्र है।
वह बताया है,पिताजी नहीं लौट आ सकते।
स्तब्ध माँ।
माँ के सामने की खाली कुर्सी क्या कह रही है?
बेटे को देखो।
युद्ध,युद्ध चलानेवाला,यह दुनिया ...इन सब की और घृणा उसके मुँह पर हम देख सकते हैं।
उसके हाथ में एक कागज़ है।
वह क्या होगा ?
सरकार की ओर से कोई क्षति पूर्ति ?
पिताजी के बदले बेटे को सेना में शामिल करने का सरकारी निमंत्रण?
बेटी,भविष्य को सामना करने की डर से अपनी गुड़ियों की दुनिया में छिपने की कोशिश में।
.......................................................सब कुछ छोड़ दीजिए।
मान लें यह तो पिताजी ही है।
फिर भि...
कुल चित्र।
लोगों की अभिव्यंजना
ये सब एक दुखद घटना की कहानी ही बता रही है।
यह चित्र ज़रूर मन को झटका देता है,सीधे युद्ध न दिखाकर।
क्या ,यह चित्र से आप एक कहानी,कविता,नाटक,वारतालाप,पत्र,डायरी...लिख सकते हैं ?
तो कृपया लिखिए..
और हमें भेज दीजिए..
हम बनाएँगे,एक पाठ्य सामग्रि,हमारे नवीं कक्षा के दूसरी इकाई केलिए,केरल के अध्यापक मित्रों केलिए और छात्रों केलिए।
हम देंगे एक संदेश युद्ध के खिलाफ।
आपकी रचनाएँ कृपया इस पते पर भेज दें :

कृपया एक टिप्पणी जोडिए

1 comment:

  1. pyare somasekharji,

    "kareeb se dekhle..inhe...
    dil kuch kah raha hei...
    nigaahom me chupe aahom ko pehchanle..
    gahraayiyom ko chookar chalnevaale us loo ko pahchanle....
    ek din naram tha...sandal ka sugandh evam seethala usme bhara tha....
    magar..,ek baar phir..ve chaaha ,dil ke kareeb rehe apne pithaji ko.......ahatem ahathom ko door karem..
    dhanyawaad somanji.....
    nayaa hum kuch sochenge,karenge....
    deepak anantha rao
    srg member(hindi),idukki.

    ReplyDelete

'हिंदी सभा' ब्लॉग मे आपका स्वागत है।
यदि आप इस ब्लॉग की सामग्री को पसंद करते है, तो इसके समर्थक बनिए।
धन्यवाद

© hindiblogg-a community for hindi teachers
  

TopBottom